वैज्ञानिक तरीकों से बढ़ाएं ऊर्जा और स्टैमिना

वैज्ञानिक तरीकों से बढ़ाएं ऊर्जा और स्टैमिना
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में ऊर्जा की कमी और थकान एक आम समस्या बन गई है। काम का बोझ, तनाव और अनियमित जीवनशैली के कारण लोगों में ऊर्जा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ वैज्ञानिक और प्राकृतिक उपायों को अपनाकर आप अपनी ऊर्जा और स्टैमिना को काफी हद तक बढ़ा सकते हैं?
स्वास्थ्य और फिटनेस एक्सपर्ट डॉ. जयंत कुमार रामटेके, सेठ केसरीमल पोरवाल कॉलेज, कामठी, में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में शारीरिक शिक्षा विभाग में 20 वर्षों में कई उच्य स्तरीय खिलाड़ियों को प्रशिक्षित और राष्ट्रीय एवं अंतरास्ट्रीय स्तर पर कार्यशालाएं, सेमिनार आदि आयोजित करने गहरा अनुभव रखते हैं, साथ-साथ स्वास्थ्य एवं जीवनशैली विशेषज्ञ भी हैं, उनके अनुसार, “ऊर्जा और स्टैमिना बढ़ाने के लिए शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन जरूरी है। प्राण (जीवन ऊर्जा) के प्रवाह को सही रखकर, संतुलित आहार लेकर और नियमित व्यायाम करके हम अपनी दिनचर्या को अधिक ऊर्जावान बना सकते हैं।”
ऊर्जा बढ़ाने के प्रमुख उपाय
1. गहरी सांस लें, ऊर्जा पाएं
आधुनिक जीवनशैली में लोग अक्सर उथली सांसें लेते हैं, जिससे शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। डॉ. रामटेके के अनुसार, “गहरी डायाफ्रामेटिक श्वास (पेट से सांस लेना) शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ाती है, जिससे ऊर्जा का स्तर तुरंत बढ़ता है।”
क्या करें?
– रोज सुबह 5-10 मिनट प्राणायाम या गहरी सांस लेने का अभ्यास करें।
– नाभि तक सांस भरें और धीरे-धीरे छोड़ें।
2. सूर्य की रोशनी लें
सुबह की धूप विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने और ऊर्जा देने में मदद करती है।
क्या करें?
– रोजाना 15-20 मिनट सुबह की धूप में बैठें।
3. पृथ्वी से जुड़ें (अर्थिंग)
नंगे पैर घास या मिट्टी पर चलने से शरीर में ऊर्जा का संतुलन बेहतर होता है। वैज्ञानिक शोधों के अनुसार, यह तनाव कम करने और ऊर्जा बढ़ाने में मदद करता है।
क्या करें?
– रोज 10-15 मिनट नंगे पैर हरी घास पर चलें।
4. संतुलित आहार और सप्लीमेंट्स
आधुनिक खानपान में पोषक तत्वों की कमी होती है, जिससे थकान होती है। डॉ. रामटेके के अनुसार, “फल, सब्जियां, साबुत अनाज और स्वस्थ वसा से भरपूर आहार लेना चाहिए। साथ ही, विटामिन, आयरन और प्रोबायोटिक्स युक्त सप्लीमेंट्स भी फायदेमंद होते हैं।”
क्या करें?
– मल्टीविटामिन, अश्वगंधा और प्रोबायोटिक्स का सेवन करें।
5. तेल मालिश (अभ्यंग)
आयुर्वेद के अनुसार, नियमित तेल मालिश से रक्त संचार बेहतर होता है और ऊर्जा का स्तर बढ़ता है।
क्या करें?
– सप्ताह में एक बार तिल के तेल से पूरे शरीर की मालिश करें।
6. नियमित वॉकिंग और व्यायाम
तेज चलने से मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम सक्रिय होता है और ऊर्जा बढ़ती है।
क्या करें?
– रोजाना 15-20 मिनट तेज चलें।
7. हल्का और संतुलित भोजन
भारी भोजन से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है और ऊर्जा कम होती है।
क्या करें?
– छोटे-छोटे अंतराल पर हल्का भोजन लें।
– रात को सोने से 2-3 घंटे पहले भोजन कर लें।
8. पाचन तंत्र को दुरुस्त रखें
“अगर पाचन ठीक नहीं होगा, तो शरीर को ऊर्जा नहीं मिलेगी,”
क्या करें?
– रात को भीगे हुए मुनक्का (किशमिश) खाएं।
– फाइबर युक्त आहार और पर्याप्त पानी पिएं।
9. मानसिक ऊर्जा का संरक्षण
तनाव और नकारात्मक विचार ऊर्जा को सबसे ज्यादा खत्म करते हैं।
क्या करें?
– माइंडफुलनेस और ध्यान का अभ्यास करें।
– नकारात्मक लोगों से: दूर रहें।
निष्कर्ष:
डॉ. रामटेके के अनुसार, “ऊर्जा और स्टैमिना बढ़ाने के लिए जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करने होंगे। गहरी सांस लेना, धूप सेंकना, संतुलित आहार, व्यायाम और मानसिक शांति—ये सभी उपाय आपको दिनभर ऊर्जावान बनाए रखेंगे।”
अगर आप भी थकान और सुस्ती से परेशान हैं, तो इन वैज्ञानिक तरीकों को अपनाकर अपनी ऊर्जा को बढ़ा सकते हैं।
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